अर्थ : लिए गए व्रत के अनुसार गरीबों में एक निश्चित समय सीमा तक प्रतिदिन भोजन और अन्य जरूरी वस्तुएँ बाँटने का कार्य।
उदाहरण :
आधुनिक युग में भी कुछ लोग सदावर्त चलाते हैं।
अर्थ : सदावर्त के दौरान गरीबों को दिया जाने वाला भोजन, अन्न, वस्त्र आदि।
उदाहरण :
सेठजी सदावर्त बाँट रहे हैं।
अर्थ : आने-जाने वालों को सूखा अन्न देने वाली संस्था।
उदाहरण :
पेशवाई के उत्तरकाल में गरीबों के लिए सदावर्त चलाई जाती थी।