अर्थ : खेत का उतना भाग जो किसी निश्चित समय में या एक बार में जोता जाय।
उदाहरण :
किसान आँतर के ढेले फोड़ रहा है।
अर्थ : पान के भीटे में क्यारियों के बीच का रास्ता।
उदाहरण :
तंबोली आँतर पर खड़े होकर पान तोड़ रहा था।
अर्थ : कपड़े के तानों में दोनों सिरों की खूँटियों के बीच साँथी अलग करने के लिए थोड़ी-थोड़ी दूर पर गाड़ी जाने वाली लकड़ियाँ।
उदाहरण :
आँतर में दरार पड़ गई है।
पर्यायवाची : सुतरा