अर्थ : एक बहुवर्षीय झाड़ीदार शाखारहित या कम शाखाओं वाला झाड़ जो पाँच से आठ फुट ऊँचा होता है।
उदाहरण :
भारंगी की जड़ दवा के रूप में उपयोग होती है।
पर्यायवाची : असबरग, कंजी, द्विजा, निर्माल्या, फंजी, फञ्जी, बभनेटी, ब्रह्ममंडूकी, ब्रह्ममण्डूकी, भारंगी, भृंगजा, मालालिका, मालाली, रतिसत्वरा, लंकायित, लंकोदक, वृषपर्णिका, शचि, शची, स्पृक्का