सदस्य बनें
पृष्ठ के पते की प्रतिलिपि क्लिपबोर्ड पर बना दी है।
अर्थ : रामायण का तीसरा कांड।
उदाहरण : अरण्यकांड में भरत मिलाप, शूर्पनखा का प्रणय निवेदन आदि हैं।
पर्यायवाची : अरण्य, अरण्य कांड, अरण्य काण्ड, अरण्यकांड, आरण्यकांड, आरण्यपर्व
इंस्टॉल करें