१. संज्ञा
/ निर्जीव
/ अमूर्त
/ कार्य
/ शारीरिक कार्य
अर्थ : वे नाटक या अभिनय जो जन-साधारण बिना नाट्य-कला सीखे अपनी कल्पना से बनाते हैं और जन-साधारण को दिखलाते हैं।
उदाहरण :
लोक-नाट्य शास्त्रीय नियमों से बननेवाले नाटकों से अलग होते हैं।
पर्यायवाची :
लोक नाटक, लोक नाट्य, लोक-नाटक, लोकनाटक, लोकनाट्य