अर्थ : किसी वस्तु के अंदर का मूल तत्व या सार भाग।
उदाहरण :
कुछ वनस्पतियों के अर्क उनके हीर होते हैं।
अर्थ : इमारती लकड़ी के अंदर का भाग।
उदाहरण :
हीर से ही लकड़ी की पहचान होती है।
अर्थ : शरीर की वह धातु जिससे उसमें बल, तेज और कान्ति आती है और सन्तान उत्पन्न होती है।
उदाहरण :
वह वीर्य संबंधी रोग से पीड़ित है।
पर्यायवाची : इंद्रिय, इन्द्रिय, धातु, धातुप्रधान, धातुराजक, नुत्फा, पुंसत्व, पुंस्त्व, बीज, मज्जारस, रेत, रेतन, रेतस्, रेत्र, वीर्य, वृष्ण्य, शुक्र, शुचीरता, शुचीर्य, शुटीर्य, हिरण्य
अर्थ : कोई ऐसा तत्व जो कोई कार्य करता, कराता या क्रियात्मक रूप में अपना प्रभाव दिखलाता हो।
उदाहरण :
इस कार्य के दौरान आपकी शक्ति का पता चल जायेगा।
पर्यायवाची : अवदान, कुव्वत, कूवत, क्षमता, ज़ोर, जोर, ताकत, ताक़त, दम, दम-खम, दम-ख़म, दमखम, दमख़म, दाप, पावर, बल, बूता, वयोधा, वाज, वीर्या, वृजन, शक्ति, सत्त्व, सत्व
अर्थ : आकाश में सहसा क्षण भर के लिए दिखाई देने वाला वह प्रकाश जो बादलों में वातावरण की विद्युत शक्ति के संचार के कारण होता है।
उदाहरण :
आकाश में रह-रहकर बिजली चमक रही थी।
पर्यायवाची : अणुभा, अनुभा, अशनि, आर्द्राशनि, इरम्मद, ईरमद, गाज, गो, चंचला, चपला, छिनछवि, तड़ित, तड़िता, तड़ित्, तरिता, दामिनी, नीलांजसा, पवि, बिजली, मेघज्योति, मेघदीप, मेघभूति, वज्र, विद्युत, विद्युत्, विद्योत्, शंपा, शम्पा, समनगा, सौदामनी, सौदामिनी
अर्थ : छप्पय छंद का एक भेद।
उदाहरण :
हीर का एक उदाहरण दीजिए।
अर्थ : एक मात्रिक छंद।
उदाहरण :
हीर में तेईस मात्राएँ होती हैं।
अर्थ : एक वर्णवृत्त।
उदाहरण :
हीर के प्रत्येक चरण में क्रम से भगण, सगण, नगण, जगण, नगण और रगण होते हैं।
अर्थ : इन्द्र का प्रधान शस्त्र।
उदाहरण :
एक बार इन्द्र ने बाल हनुमान पर वज्र से प्रहार किया था।
पर्यायवाची : अर्क, इंद्रायुध, इन्द्रशस्त्र, इन्द्रायुध, ऋभुक्ष, कुलिश, जंभारि, जातू, जुञ्ज, तुंज, त्रिदशांकुश, त्रिदशायुध, त्वाष्ट्र, पवि, पौरुहूत, बज्र, बहुधार, भेदुर, वज्र, वज्राशनि, वधस्न, शतकोटि, शाक्वर