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अर्थ : नवीं शताब्दी में कश्मीर में हुए, अलंकार संप्रदाय के एक प्रमुख आचार्य।
उदाहरण : आचार्य रुद्रट ने काव्यालंकार नामक ग्रन्थ की रचना की थी।
पर्यायवाची : रुद्रट, रुद्रभ, शतानंद, शतानन्द
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