सूर्य-किरण (संज्ञा)
सूर्य की किरण।
शंख (संज्ञा)
एक प्रकार का बड़ा घोंघा जिसका कोष पवित्र माना जाता है और देवताओं के आगे बजाया जाता है।
पदाधिकारी (संज्ञा)
वह जो किसी पद पर नियुक्त हो और जिसे उस पद के सब अधिकार प्राप्त हों।
ऊँट (संज्ञा)
एक ऊँचा चौपाया जो सवारी ओर बोझ लादने के काम आता है और अधिकतर रेगिस्तान में पाया जाता है।
प्रण (संज्ञा)
कुछ करने या न करने के संबंध में पक्का निश्चय।
तोता (संज्ञा)
आदमी की बोली की नकल करने वाला, विशेषकर हरे रंग का, एक पक्षी जिसे लोग घरों में पालते हैं।
अत्यन्त निर्धनता (संज्ञा)
बहुत अधिक गरीबी।
रस्सा (संज्ञा)
मोटी रस्सी।
तरबूज (संज्ञा)
बड़ा, मोटा और गोल फल जिसका गूदा लाल व बीज काले होते हैं।
तानपुरा (संज्ञा)
सितार की तरह का, पर उससे बड़ा, एक प्रकार का बाजा।