അർത്ഥം : स्त्रियों का गहने, कपड़े आदि से अपने आपको सजाने की क्रिया।
ഉദാഹരണം :
कुछ स्त्रियों का अधिकांश समय शृंगार में व्यतीत होता है।
പര്യായപദങ്ങൾ : आकल्प, नोंक-झोंक, नोंकझोंक, नोक झोक, नोक-झोंक, नोक-झोक, नोकझोंक, नोकझोक, बन-ठन, बन-सँवर, बनना-ठनना, बनना-सँवरना, बनाव शृंगार, बनाव-शृंगार, बनावशृंगार, मेकप, रूप सज्जा, शृंगार, शृंगार करना, सँवरना, सज-धज, सजधज, सजना, सजना सँवरना, सजना-धजना, सजना-सँवरना, सजना-सवँरना, साज शृंगार, साज श्रृंगार, साज सँवार, साज-शृंगार, साज-श्रृंगार, सिंगार
മറ്റ് ഭാഷകളിലേക്കുള്ള വിവർത്തനം :
ఆడవారు బట్టలు, ఆభరణాలతో తమనుతాము ముస్తాబు చేయడం.
సీత దాదాపు ఒక గంటనుండి అలంకరణలో మునిగిపోయింది.ಸ್ತ್ರೀಯರು ಆಭರಣ, ಬಟ್ಟೆ ಮೊದಲಾದವುಗಳಿಂದ ಸ್ವತಃ ತಾವೆ ಸಿಂಗರಿಸಿಗೊಳ್ಳುವ ಕ್ರಿಯೆ
ಸೀತಾ ಶೃಂಗಾರ ಕೊಠಡಿಯಲ್ಲಿ ಒಂದು ಗಂಟೆಯಿಂದ ಶೃಂಗಾರವಾಗುತ್ತಿದ್ದಾಳೆ.സ്ത്രീകള് ആഭരണം വസ്ത്രം മുതലായവയാല് സ്വയം അലങ്കരിക്കുന്ന പ്രവൃത്തി.
സീത ഒരു മണിക്കൂറായി അലങ്കാരമുറിയില് ഒരുക്കം നടത്തുന്നു.അർത്ഥം : साहित्य के नौ रसों में से सबसे अधिक प्रसिद्ध प्रधान रस।
ഉദാഹരണം :
शृंगार रस में नायक-नायिका के मिलन अथवा संयोग से उत्पन्न सुख या वियोग के कारण होने वाले कष्टों का वर्णन होता है।
പര്യായപദങ്ങൾ : आदिरस, शृंगार, शृंगार रस, श्रृंगार रस
മറ്റ് ഭാഷകളിലേക്കുള്ള വിവർത്തനം :
ସାହିତ୍ୟରେ ନବରସ ଗୁଡ଼ିକ ମଧ୍ୟରୁ ସବୁଠୁ ପ୍ରସିଦ୍ଧ ପ୍ରଧାନ ରସ
ଶୃଙ୍ଗାର ରସରେ ନାୟକ-ନାୟିକାଙ୍କ ମିଳନ ବା ସଂଯୋଗରୁ ଉତ୍ପନ୍ନ ସୁଖ ବା ବିୟୋଗ କାରଣରୁ ହେଉଥିବା କଷ୍ଟର ବର୍ଣ୍ଣନା ହୋଇଥାଏসাহিত্যের নয়টি রসের মধ্যে সব থেকে অধিক প্রসিদ্ধ প্রধান রস
"শৃঙ্গার রসে নায়ক-নায়িকার মিলন ও সংযোগ থেকে উত্পন্ন সুখ বা বিয়োগের কারণে হওয়া কষ্ট বর্ণনা করে।"