അർത്ഥം : विवाहित स्त्री का संपूर्ण शृंगार जो सोलह माने गए हैं जो ये हैं- अंग में उबटन लगाना, स्नान, स्वच्छ वस्त्र धारण, बाल सँवारना, नयानांजन लगाना, माँग में सिंदूर लगाना, महावर लगाना, मस्तक पर तिलक, चिबुक पर तिल बनाना, मेंहदी रचाना, इत्र आदि सुगंधित द्रव्य लगाना, आभूषण पहनना, पुष्पमाला धारण करना, मिस्सी लगाना, पान खाना एवं होंठों को रंगना।
ഉദാഹരണം :
नृत्यांगना सोहल सिंगार की हुई थी।
പര്യായപദങ്ങൾ : सोलह शृंगार, सोलह सिंगार
മറ്റ് ഭാഷകളിലേക്കുള്ള വിവർത്തനം :
ବିବାହିତ ସ୍ତ୍ରୀର ସଂପୂର୍ଣ୍ଣ ଷୋହଳଟି ଶୃଙ୍ଗାର, ଯଥା ସୌନ୍ଦର୍ଯ୍ୟବର୍ଦ୍ଧକ ଲେପ ଲଗାଇବା, ସ୍ନାନ କରିବା, ସ୍ୱଚ୍ଛବସ୍ତ୍ର ଧାରଣ କରିବା, କେଶବିନ୍ୟାସ କରିବା, ଆଖିରେ ଅଞ୍ଜନ ଲଗାଇବା, ସୀମନ୍ତରେ ସିନ୍ଦୂର ଲଗାଇବା, ଅଳତା ଲଗାଇବା, ମଥାରେ ତିଳକ ଲଗାଇବା, ଚିବୁକରେ ତିଳଚିହ୍ନ ଆଙ୍କିବା, ମେହେନ୍ଦୀ ଲଗାଇବା, ଅତର ଆଦି ସୁଗନ୍ଧିତ ଦ୍ରବ୍ୟ ଲଗାଇବା, ଅଳଙ୍କାର ପିନ୍ଧିବା, ଫୁଲମାଳ ଧାରଣ କରିବା, ମିସି ଲଗାଇବା, ପାନ ଖାଇବା ଏବଂ ଓଠ ରଙ୍ଗାଇବା
ନୃତ୍ୟାଙ୍ଗନା ଷୋହଳ ଶୃଙ୍ଗାରରେ ସଜ୍ଜେଇ ହୋଇଥିଲାसोळा पद्धतींनी केला जाणारा विवाहित स्त्रीचा संपूर्ण शृंगार.
नृत्यांगनाने सोळा शृंगार केला होता.কাজল পরা, সিথিঁতে সিদুঁর পরা, পায়ে আলতা পরা, কপালে টিপ পরা, থুতনিতে তিল আঁকা, মেহেন্দি পরা, সুগন্ধিত দ্রব্য লাগানো, পোষাক পরা, ফুলের মালা পরা, খয়ের দিয়ে দাঁত রঞ্জিত করা, পান খাওয়া এবং ঠোঁটে রং লাগানো
"নৃত্যঙ্গনা সুশোভিতকরণ করেছিল"