അർത്ഥം : ଗୋଟିଏ ବର୍ଣ୍ଣବୃତ୍ତ
ഉദാഹരണം :
ବସନ୍ତ ତିଳକର ପ୍ରତ୍ୟେକ ଚରଣରେ କ୍ରମାନ୍ୱୟରେ ତଗଣ,ଭଗଣ,ଜଗଣ,ଭଗଣ ଏବଂ ଦୁଇଟି ଗୁରୁ ଥାଏ
പര്യായപദങ്ങൾ : ବସଂତ ତିଳକ
മറ്റ് ഭാഷകളിലേക്കുള്ള വിവർത്തനം :
एक वर्णवृत्त जिसमें चौदह वर्ण होते हैं।
वसंततिलक के प्रत्येक चरण में क्रम से तगण, भगण, जगण, भगण एवं दो गुरु होते हैं।