अर्थ : धातु आदि का बना वह पतला लम्बा हथियार जो धनुष द्वारा चलाया जाता है।
उदाहरण :
बाण लगते ही पक्षी तड़फड़ाने लगा।
पर्यायवाची : आशुग, इशिका, इशीका, इषीका, इषु, इष्य, ईषु, कांड, काण्ड, खग, चित्रपुंख, तीर, पत्रवाह, पीलु, पुंडरीक, पुण्डरीक, पुष्कर, प्राणशोषण, बाण, बान, मार्गन, वाण, विशिख, विहंग, विहग, शर, शायक, शिखंडी, शिखी, सलाक, सायक
अर्थ : एक पौराणिक वानर जिसका वर्णन रामायण में मिलता है।
उदाहरण :
शिखंडी राम की सेना में थे।
पर्यायवाची : शिखंडी
अर्थ : नर मयूर या मोर।
उदाहरण :
मोर और मोरनी का जोड़ा चारा चुग रहा है।
पर्यायवाची : अहिरिपु, कलापी, कालकंठ, कालकण्ठ, केकी, केहा, घनप्रिय, चंद्रकी, चन्द्रकी, चित्रपिच्छक, चित्रमेखल, नागवारिक, नागांतक, नागान्तक, नीलकंठ, नीलकण्ठ, प्रपादिक, बरहा, बरही, बर्हिण, बर्ही, मयूक, मयूर, मरुक, मायूर, मेघसुहृद, मेघानंद, मेघानन्द, मोर, राजसारस, शतपत्र, शिखंडी, शिखाधर, शिखाधार, शिखाल, शिखालु, शिखावर, शिखावल, शिखी
अर्थ : पीले रंग की जूही।
उदाहरण :
सोनजूही की महक पूरे बगीचे में फैली हुई है।
पर्यायवाची : नागपुष्पक, नागपुष्पा, पीली जूही, शिखंडी, सुवर्णयूथिका, सोनजुही, सोनजूही, स्वर्ण-यूथिका, स्वर्णयूथिका, स्वर्णाभा, हेम-यूथिका, हेमपुष्पिका, हेमयूथिका, हैमा, हैमी
अर्थ : राजा द्रुपद का एक पुत्र जो जन्म से स्त्री था पर बाद में तपस्या के बल से पुरुष बन गया था।
उदाहरण :
महाभारत के युद्ध में अर्जुन के रथ पर शिखंडी को देखते ही भीष्म ने अपने हथियार त्याग दिए।
पर्यायवाची : द्रुपदात्मज, शिखंडी
अर्थ : एक अत्यंत सुंदर बड़ा पक्षी जिसकी पंखनुमा पूँछ लम्बी होती है।
उदाहरण :
मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है।
पर्यायवाची : अर्की, अर्जुन, अहिरिपु, कलापी, कुंडली, कुण्डली, केकी, घनप्रिय, चंद्रकी, चन्द्रकी, ताऊस, दीप्तांग, दीप्ताङ्ग, नीलकंठ, नीलकण्ठ, पुँछार, प्रवलाकी, बरहा, बरही, बाहुलग्रीव, मयूक, मयूर, मायूर, मार्जारक, मेनाद, मोर, राजसारस, वर्षामद, वर्ही, वृषी, शापटिक, शिखंडी, शिखाधर, शिखाधार, शिखाल, शिखालु, शिखावर, शिखावल, शिखि, शिखी, शुक्रभुज, शुक्रांग, शुक्लापांग, सर्पद्विष
अर्थ : मुर्गी का नर।
उदाहरण :
सुबह-सुबह मुर्गे की आवाज सुनकर मेरी नींद खुली।
पर्यायवाची : अरुणचूड़, अरुणशिखा, अरुनचूड़, अरुनशिखा, आत्मघोष, करंज, कुक्कुट, कुलंग, ताम्रचूड़, ताम्रशिखी, नखरायुध, निशावेदी, बरहा, बरही, मुरगा, मुर्गा, यामघोष, रक्तवर्त्मा, रसाखन, रात्रिवेद, वचर, शिखंडी, शिखी, शौंड, शौण्ड, स्वर्णचूड़, स्वर्णचूड़क
अर्थ : एक देवता जो सब देवताओं के गुरु हैं।
उदाहरण :
आपत्तिकाल में बृहस्पति देवताओं की मदद करते हैं।
पर्यायवाची : अंगिरस, अङ्गिरस, अनिमिषाचार्य, अमराचार्य, आँगिरस, आंगिरस, गीर्पति, गुरु, चारु, ताराधिप, ताराधीश, तारानाथ, त्रिदशगुरु, त्रिदशचार्य, त्रिदशाचार्य, देवगुरु, देवाचार्य, धिषणाधिप, धीपति, धीमान, धीमान्, बृहस्पति, बोधान, वागीश, वृहस्पति, शतपत्र, शिखंडी, सुराचार्य
अर्थ : यदुवंशी वसुदेव के पुत्र जो विष्णु के मुख्य अवतारों में से एक हैं।
उदाहरण :
सूरदास कृष्ण के परम भक्त थे।
पर्यायवाची : अच्युत, अनंत-जित्, अनंतजित्, अनन्त-जित्, अनन्तजित्, अरिकेशी, अहिजित, कंसारि, कन्हैया, कमलनयन, कान्हा, कामपाल, कालियमर्दन, किशन, कुंजबिहारी, कृष्ण, कृष्णचंद्र, केशव, खरारि, खरारी, गरुड़गामी, गिरधर, गिरधारी, गिरिधर, गिरिधारी, गुपाल, गोपाल, गोपीश, गोपेश, गोविंद, गोविंदा, गोविन्द, गोविन्दा, घनश्याम, तुंगीश, दामोदर, द्वारकाधीश, द्वारकानाथ, द्वारकेश, द्वारिकाधीश, द्वारिकानाथ, नंदकिशोर, नंदकुँवर, नंदकुमार, नंदनंदन, नंदलाल, नटराज, नन्दकिशोर, नन्दकुँवर, नन्दकुमार, नन्दनन्दन, नन्दलाल, नरनारायण, नवलकिशोर, पीतवास, पूतनारि, पूतनासूदन, बकवैरी, बनवारी, बलबीर, ब्रजबिहारी, मंजुकेशी, मधुसूदन, मनमोहन, माधव, मुकुंद, मुकुन्द, मुरली मोहन, मुरलीधर, मुरलीवाला, मुरारी, मोहन, यवनारि, यादवेंद्र, यादवेन्द्र, योगीश, योगीश्वर, योगेश, योगेश्वर, राधारमण, रासबिहारी, वंशीधर, वंशीधारी, वनमाली, वासुदेव, विट्ठलदेव, विपिन विहारी, विश्वपति, वृषदर्भ, वृषनाशन, वृष्णि, वृष्णिक-गर्भ, वेदबाहु, वेदाध्यक्ष, शकटहा, शकटारि, शतानंद, शतानन्द, शवकृत, शिखंडी, श्याम, श्रीकृष्ण, सोमेश, सोमेश्वर, हरि, हृषीकेश
अर्थ : हिन्दुओं के एक प्रमुख देवता जो सृष्टि का पालन करने वाले माने जाते हैं।
उदाहरण :
राम और कृष्ण विष्णु के ही अवतार हैं।
पर्यायवाची : अंबरीष, अक्षर, अच्युत, अनीश, अन्नाद, अब्धिशय, अब्धिशयन, अमरप्रभु, अमृतवपु, अम्बरीष, अरविंद नयन, अरविन्द नयन, अरुण-ज्योति, अरुणज्योति, असुरारि, इंदिरा रमण, कमलनयन, कमलनाभ, कमलनाभि, कमलापति, कमलेश, कमलेश्वर, कुंडली, कुण्डली, केशव, कैटभारि, खगासन, खरारि, खरारी, गजाधर, गरुड़गामी, गरुड़ध्वज, चक्रधर, चक्रपाणि, चक्रेश्वर, चिरंजीव, जगदीश, जगदीश्वर, जगद्योनि, जगन्, जनार्दन, जनेश्वर, डाकोर, त्रिलोकीनाथ, त्रिलोकेश, त्रिविक्रम, दम, दामोदर, देवाधिदेव, देवेश्वर, धंवी, धन्वी, धातृ, धाम, नारायण, पद्म-नाभ, पद्मनाभ, पुंडरीकाक्ष, फणितल्पग, बाणारि, बैकुंठनाथ, मधुसूदन, महाक्ष, महागर्भ, महानारायण, महाभाग, महेंद्र, महेन्द्र, माधव, माल, रत्ननाभ, रमाकांत, रमाकान्त, रमाधव, रमानाथ, रमानिवास, रमापति, रमारमण, रमेश, लक्ष्मीकांत, लक्ष्मीकान्त, लक्ष्मीपति, वंश, वर्द्धमान, वर्धमान, वसुधाधर, वारुणीश, वासु, विधु, विभु, विश्वंभर, विश्वकाय, विश्वगर्भ, विश्वधर, विश्वनाभ, विश्वप्रबोध, विश्वबाहु, विश्वम्भर, विष्णु, वीरबाहु, वैकुंठनाथ, व्यंकटेश्वर, शतानंद, शतानन्द, शारंगपाणि, शारंगपानि, शिखंडी, शुद्धोदनि, शून्य, शेषशायी, श्रीकांत, श्रीकान्त, श्रीनाथ, श्रीनिवास, श्रीपति, श्रीरमण, श्रीश, सत्य-नारायण, सत्यनारायण, सर्व, सर्वेश्वर, सहस्रचरण, सहस्रचित्त, सहस्रजित्, सारंगपाणि, सुप्रसाद, सुरेश, स्वर्णबिंदु, स्वर्णबिन्दु, हरि, हिरण्यकेश, हिरण्यगर्भ, हृषिकेश, हृषीकेश
अर्थ : एक सृष्टिनाशक हिन्दू देवता।
उदाहरण :
शंकर की पूजा लिंग के रूप में प्रचलित है।
पर्यायवाची : अंड, अंधकारि, अंबरीष, अक्षतवीर्य, अक्षमाली, अघोरनाथ, अण्ड, अनंगरि, अनंगारि, अनर्थनाशी, अन्नपति, अपराधभंजन, अबलाबल, अब्जवाहन, अमृतवपु, अमोघदंड, अमोघदण्ड, अम्बरीष, अयोनि, अयोनिज, अरिंदम, अर्घेश्वर, अस्थिमाली, अहिमाली, आशुतोष, इंदुशेखर, इन्दुशेखर, उग्रधन्वा, उमाकांत, उमाकान्त, उमेश, कपालपाणि, कपाली, कामारि, कालेश, काशीनाथ, कील, कुंड, कुण्ड, कैलाश नाथ, कैलाशनाथ, गंगाधर, गिरिनाथ, गिरीश, गौरीश, चंद्रशेखर, चन्द्रशेखर, जगद्योनि, जटाधारी, जटामाली, तारकेश्वर, त्रिनेत्र, त्रिपुरांतक, त्रिपुरारि, त्रिपुरारी, त्र्यंबक, त्र्यक्ष, त्र्यम्बक, दुष्काल, देवाधिदेव, देवेश्वर, धूम्र, नंदिकेश्वर, नदीधर, नन्दिकेश्वर, नपराजित, नागी, नाभ, नीलग्रीव, पंचमुख, पंचानन, पञ्चमुख, परंजय, पश, पशुपति, पादभुज, पार्श्ववक्त्र, पिनाकपाणि, पिनाकी, पुद्गल, फाल, बीजवाहन, भगाली, भव, भवेश, भालचंद्र, भालचन्द्र, भुवनेश, भूतचारी, भूतनाथ, भूतेश, भोला, भोलानाथ, भोलेनाथ, मंगलेश, महाक्रोध, महादेव, महार्णव, महेश, महेश्वर, मृत्युंजय, यमेश्वर, ययातीश्वर, ययी, योगीनाथ, योगीश, राकेश, रुद्र, वरेश्वर, वसुप्रद, विद्वत्, विभु, विरुपाक्ष, विरोचन, विश्वनाथ, वीरेश, वीरेश्वर, वृषभकेतु, वैद्यनाथ, व्योमकेश, शंकर, शंभु, शङ्कर, शम्भु, शशिधर, शशिभूषण, शारंगपाणि, शारंगपानि, शिखंडी, शिव, संवत्सर, सतीश, सद्य, सर्पमाली, सर्व, सवर, सुप्रतीक, सुहृद, स्नेहन, हर
अर्थ : ऐसा व्यक्ति जिसमें पौरुष या बल का अभाव हो पर उसकी आड़ लेकर दूसरे लोग अपना काम निकालते हों।
उदाहरण :
काम निकलते ही उसने शिखंडी से नाता तोड़ लिया।
पर्यायवाची : शिखंडी