अर्थ : एक झाड़दार बेल।
उदाहरण :
सतावर की जड़ें और बीज औषध बनाने के काम में आते हैं।
पर्यायवाची : अमरकंटिका, अमरकण्टिका, आत्मशल्या, आमोदा, ऋष्यप्रोक्ता, एस्पेरेगस रेसिमोसस, केशिका, तैलवल्ली, दरकंठिका, दरकण्ठिका, दिव्य, दिव्या, द्वीपशत्रु, द्वीपिका, नारायणी, पीलुमूल, मधुरा, मला, महाशीता, रंगी, रङ्गी, वरा, वातारि, विश्वा, वृषाकपायी, वृष्या, शचि, शची, शतजटा, शतनेत्रिका, शतपदी, शतपुत्री, शतमली, शतमूली, शतवीर्या, शतावर, शतावरी, शिखी, शितावर, सतावर, सतावरी
अर्थ : एक पौधा।
उदाहरण :
शालपर्णी दवा के रूप में उपयोग होती है।
पर्यायवाची : अस्तमती, कुकुर, गठिवन, तृणगंधा, तृणगन्धा, त्रिपर्णिका, त्रिपर्णी, दीर्घमूला, धवनि, ध्रुवा, निश्चला, नीलपुष्प, पर्णी, पालिंदी, पालिंधी, पालिन्दी, पालिन्धी, पीतनी, पीतिनी, पीलुमूल, रुद्र जटा, रुद्र-जटा, रुद्रजटा, वातघ्नी, शालपत्रा, शालपर्ण, शालपर्णी, शालानी, शालिका, शालिपर्णी, शुभपत्रिका, सरिवन, सौम्या
अर्थ : सींग वाला एक पालतू शाकाहारी मादा चौपाया जो अपने दूध के लिए प्रसिद्ध है।
उदाहरण :
गाय अपने बछड़े को दूध पिला रही है।
हिन्दू लोग गाय को गो-माता कहते हैं एवं उसकी पूजा करते हैं।
पर्यायवाची : इड़ा, इला, उषा, गऊ, गाय, गैया, गो, गौ, तनू, धात्री, धेनु, निलिंपा, निलिम्पा, रेवती, रोहिणी, वहती, वृषा, सुरभि