अर्थ : व्याकरण में संज्ञा या सर्वनाम की वह अवस्था जिसके द्वारा किसी वाक्य में उसका क्रिया के साथ संबंध प्रकट होता है।
उदाहरण :
हिंदी में आठ कारक होते हैं।
अर्थ : करने वाला।
उदाहरण :
आपके हित का कारक ग्रह मंगल है।